पूज्य महाराज जी का जीवन परिचय
महाराज जी के जीवन के बारे में बताते हुए, यह कहा जाता है कि उन्होंने मात्र चार वर्ष की आयु में ही राम कथा और राम लीला के लिए निकलना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने जीवन में ध्यान, सेवा और भक्ति को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। महाराज जी का एक राम मंदिर वृंदावन के बाँके बिहारी कॉलोनी में स्थित है, जहाँ उन्होंने राम भक्ति और कथा का अद्वितीय माहौल स्थापित किया है। उनके द्वारा संचालित ‘व्यास तापोवन गौशाला’ बाटी गाँव, वृंदावन में स्थित है, जो एक प्रमुख गौशाला है और गौ माता की सेवा का कार्य करती है। महाराज जी के जीवन का यह एक प्रमुख अंग है, जो उनके समर्पण, सेवा और प्रेम का परिचय करता है।
